नवरूज स्वागत के मौके पर पारंपरिक तौर पर ईरान, ताजिकिस्तान, अफगानिस्तान और कई अन्य देशों में मनाया जाता है।

नवरूज का मतलब है "नया दिन", जो नये साल का आगमन संकेत करता है, और यह पारंपरिक रूप से बादर व सालना पर मनाया जाता है। 

इसे चैत्र मास के पहले दिन को मनाया जाता है, जिसके साथ ही सूर्य की उत्तरायण होती है, और नववर्ष का आगमन होता है। 

इस अवसर पर लोग खुशी और उत्साह में रहते हैं, और अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर मनाते हैं। 

नवरूज के मौके पर परंपरागत रंग-बिरंगे परिधान, भोजन, और विभिन्न कला का प्रदर्शन किया जाता है। 

परंपरागत तौर पर नवरूज पर खास खाद्य वस्त्रों और मीठे पदार्थों की तैयारी की जाती है। 

नवरूज के मौके पर लोग एक-दूसरे को बधाई देते हैं और खुशियों का आनंद लेते हैं। 

ध्यान देने योग्य बात यह है कि नवरूज का महत्व विविधता और एकता को प्रोत्साहित करता है। 

नवरूज का यह उत्सव एक नई शुरुआत की भावना और सकारात्मक ऊर्जा लाता है, जो समाज में उत्साह और सहयोग को बढ़ाता है।