मुख्य बातें !
- महापंचायत में 400 संगठनों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी: आज दिल्ली के रामलीला मैदान में किसानों की महापंचायत है, जिसमें 400 संगठनों के लोग शामिल होंगे।
- महापंचायत के महत्वपूर्ण विषयों पर प्रस्ताव: किसानों की महापंचायत में उनके मुद्दों पर विचार किया जाएगा, और एक प्रस्ताव पास किया जाएगा।
- शांतिपूर्ण महापंचायत का आयोजन: पुलिस और एमसीडी ने किसानों को शर्त लगाई है कि महापंचायत में शांति बनाए रखने के लिए वे बिना ट्रैक्टर और हथियार के ही पहुंचेंगे।
- प्रदर्शन के विरोध में नोएडा-दिल्ली मार्गों पर यातायात की संभावना: दिल्ली पुलिस ने यात्रियों को संभावित यातायात अवरुद्धता की सलाह दी है, क्योंकि किसानों की महापंचायत के चलते रामलीला मैदान के पास यातायात प्रभावित हो सकता है।
विस्तार से
आज दिल्ली के रामलीला मैदान में एक बड़ी महापंचायत का आयोजन हो रहा है, जिसमें किसानों से जुड़े 400 संगठनों के लोग शामिल होंगे। यह महापंचायत एक ही दिन की है। पुलिस और एमसीडी ने किसानों को इस शर्त पर अनुमति दी है कि वे बिना ट्रैक्टर के पहुंचेंगे और उनके पास कोई हथियार नहीं होगा।
इस महापंचायत में किसानों से जुड़े 400 संगठनों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी की जाएगी। इसमें संयुक्त किसान मोर्चा के संबंधित सभी संगठन शामिल होंगे। महापंचायत की शुरुआत आज 12 बजे से होगी।
इस महापंचायत में किसानों से जुड़े मुद्दों पर एक प्रस्ताव पास होगा। इसमें सरकार के खिलाफ आने वाले दिनों में आंदोलन की रूपरेखा भी तय की जाएगी।
दिल्ली पुलिस ने इस महापंचायत के लिए विशेष इजाजत दी है, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया है कि शर्त है कि इसमें 5,000 से अधिक लोग शामिल नहीं होंगे और न ही ट्रैक्टर ट्रॉलियों को यातायात के लिए उपयोग किया जाएगा।
यह महापंचायत किसानों के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए है और उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाने का प्रयास करेगी।
किसान महापंचायत क्यू ?
किसानों की महापंचायत का आयोजन कई मुद्दों के समाधान और उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। यह महापंचायत किसानों की आवाज को एक स्थान पर सामने रखने और उनके मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने का मंच प्रदान करेगा। किसान संगठनों का यह प्रयास है कि वे अपनी मांगों को लेकर सरकार से वार्ता कर सकें और उनकी समस्याओं का समाधान हो सके। इसके अलावा, महापंचायत में किसानों के बीच एकता और सामूहिक निर्णयों की प्रक्रिया को भी मजबूत किया जा सकता है।
भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा में नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया!