कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए पेपर लीक की घटनाओं की सीबीआई जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए इस मामले पर चिंता जाहिर की और सीबीआई जांच की मांग की.
उन्होंने कहा, ”कांग्रेस ने यूपी में भर्ती कानून बनाया था जिसमें पेपर लीक और भर्ती में भ्रष्टाचार रोकने के प्रावधान किए गए थे. हमारी मांग है कि हाल ही में हुई दोनों पेपर लीक घटनाओं की सीबीआई जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
ये भी पढ़े:- यूपी पुलिस कांस्टेबल परीक्षा 2024: सोशल मीडिया पर पेपर लीक की अफवाहें, यूपीपीबीपीबी द्वारा खारिज की गईं
इसके अलावा प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में भर्तियों के साथ आरक्षण में भ्रष्टाचार रोकने के लिए सामाजिक न्याय पर्यवेक्षक की नियुक्ति और युवाओं को भरोसा देने के लिए सभी परीक्षा फॉर्म मुफ्त करने की मांग की.
प्रदर्शन का विस्तार: अभ्यर्थियों ने किया विरोध
आज लखनऊ में हजारों अभ्यर्थियों ने यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए दोबारा परीक्षा कराने की मांग की। उन्होंने भर्ती बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों ने बोर्ड से अपने आरोपों को साबित करने के लिए सबूत साझा करने की भी मांग की। इसके चलते लखनऊ और प्रयागराज में युवाओं ने सड़कों पर प्रदर्शन किया.
बोर्ड की प्रतिक्रिया: सबूतों की मांग
यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने पेपर लीक के संबंध में आज शाम तक प्रत्यावेदन मांगा है। प्रत्यावेदन और साक्ष्यों की जांच के बाद अभ्यर्थियों के हित में आगे की कार्रवाई की जायेगी.
इस बोर्ड ने उम्मीदवारों से प्रासंगिक साक्ष्यों और सबूतों के साथ अभ्यावेदन प्रस्तुत करने की भी मांग की है। अभ्यर्थी को अभ्यावेदन में अपना नाम अंकित करना होगा।
पता, मोबाइल नंबर और आधार नंबर भी देना होगा.
प्रतिक्रिया देने से पहले बोर्ड ने कहा: पेपर लीक की खबर भ्रामक
बोर्ड पहले ही कह चुका है कि पेपर लीक की कोई पुष्टि नहीं हुई है और सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावे भ्रामक हैं. बोर्ड ने अभ्यर्थियों से आग्रह किया है कि वे विश्वास रखें और ईमानदारी से परीक्षा में भाग लेने के लिए प्रेरित करें.
छात्रों का कहना है कि पेपर लीक सिर्फ एक जगह नहीं बल्कि कई जगहों पर हुआ है और वे इस मामले में निश्चितता चाहते हैं.
सीबीआई जांच की मांग: इंजीनियर बोर्ड ने बनाई कमेटी
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से भी प्रियंका गांधी की मांग पर सीबीआई जांच को मंजूरी देने का दबाव बढ़ गया है. इस मामले में गहराते संदेह को देखते हुए गुरुवार को अपर सचिव भर्ती की ओर से आंतरिक जांच कमेटी गठित कर दी गई है।
उम्मीदवारों का विरोध: प्रदर्शन जारी
यूपी में हजारों अभ्यर्थियों का प्रदर्शन जारी है और उनका कहना है कि पेपर लीक की खबर न मानना और दोबारा परीक्षा न कराना उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है.
उन्होंने यह भी कहा है कि छात्रों के बयानों की जांच के लिए एडीजी/सदस्य सचिव की अध्यक्षता में एक आंतरिक जांच समिति का गठन किया गया है.
पुलिस में सीधी भर्ती के प्रश्नपत्रों की जांच: बोर्ड के आगामी कदम
इसके बाद बोर्ड ने एक विज्ञप्ति में पुष्टि की है कि सिविल पुलिस में सीधी भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्रों की जांच के लिए विभिन्न जिलों में अभ्यर्थियों से अभ्यावेदन जमा कराये जा रहे हैं. ऐसी घटनाओं पर अभ्यर्थियों की बात सीधे सुनने का यह नया कदम बोर्ड की एक सकारात्मक पहल है।
पहले तो बोर्ड ने आरोपों को नकारात्मक ढंग से खारिज कर दिया था, लेकिन अब अभ्यर्थियों की आवाज को महत्व देने का यह प्रयास उनका आत्मविश्वास बढ़ाने वाला कहा जा सकता है.